27 नक्षत्रों में दूसरा नक्षत्र है भरणी। भरणी का अर्थ है धारण करने वाला। इस नक्षत्र का स्वामी शुक्र होता है और इस नक्षत्र में भी मेष राशि के चरण आते हैं। मेष राशि का स्वामी मंगल है, इसलिए इस नक्षत्र में पैदा होने वाले व्यक्ति पर मंगल के साथ शुक्र का असर होता है। ये लोग बेहद आकर्षक व्यक्तित्व के स्वामी होते हैं। भरणी नक्षत्र (bharani nakshatra के देवता यम है। जानते हैं भरणी नक्षत्र में पैदा हुए लोगों की क्या विशेषता होती है-
कैसे होते हैं भरणी नक्षत्र (bharani nakshatra) में पैदा हुए लोग
भरणी ऊर्जा से परिपूर्ण नक्षत्र है, लेकिन इसका स्वामी शुक्र है। इसलिए इस नक्षत्र में पैदा हुए लोग ऊर्जावान होने के साथ कलाप्रेमी भी होते हैं। वे दिखने में आकर्षक होते हैं और सभी का दिल जीत लेते हैं। इनके जीवन में प्रेम का विशेष स्थान है। ये स्वभाव से बहुत सरल और सहज होते हैं। हालांकि कई बार ये लोग थोड़े कठोर हो जाते हैं। शारीरिक दृष्टिकोण की बात करें, तो ये लोग मध्यम कद वाले होते हैं। इनकी आंखें बहुत सुंदर होती है और ललाट काफी बड़ा होता है। भरणी नक्षत्र में (bharani nakshatra) लोग काफी स्पष्टवादी होते हैं, इसलिए लोग इनसे दूरी बनाए रखना चाहते हैं।
विलासिता पसंद करते हैं भरणी नक्षत्र (bharani nakshatra) के लोग
भरणी नक्षत्र शुक्र से जुड़ा नक्षत्र है, इसलिए इस नक्षत्र से जुड़े लोग विलासिता को पसंद करते हैं। इन्हें हर फैशन, लग्जरी चीजों का बेहद शौक होता है। कई बार अपनी इस आदत के चलते ये लोग अत्यधिक खर्चा कर बैठते हैं और नुकसान उठा लेते हैं। अश्विनी नक्षत्र के लोग जहां एक जगह टिककर काम नहीं करते हैं, वहीं भरणी नक्षत्र के लोग किसी एक काम को देर तक करते रहते हैं। उनकी इस आदत से कई बार दूसरे उनसे गुस्सा हो जाते हैं। हालांकि लोगों की बात मानना भरणी नक्षत्र के लोगों को पसंद नहीं आता है, लेकिन यदि इन्हें सही सलाह मिले और ये उस पर अमल करें, तो काफी आगे तक जा सकते हैं।
कैसी होगी भरणी नक्षत्र के लोगों की शिक्षा
आमतौर पर भरणी नक्षत्र (bharani nakshatra) से जुड़े लोगों की शिक्षा काफी अच्छी होती है। फिर भी इनका ज्याद ध्यान कला, संगीत, नाटक, फैशन, विज्ञापन, होटल आदि के काम में रुचि होती है। अच्छी पढ़ाई करने पर मंगल इन्हें न्यायाधीश, पुलिस अधिकारी या कोई बड़ा आर्मी अधिकारी भी बना सकता है। पैसा कमाना इन्हें अच्छा लगता है। दरअसल खर्च करने की इनकी आदत इन्हें ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने के लिए प्रेरित करती है।
भरणी नक्षत्र (bharani nakshatra) में पैदा हुए लोगों की नकारात्मक बातें
भरणी नक्षत्र में पैदा हुए लोगों की आदतें काफी सकारात्मक होती है, लेकिन यदि इनकी कुंडली में शुक्र और मंगल खराब है, तो कई बार इनकी अच्छी आदतें लोगों के लिए मुसीबत बन जाती है। ऐसा व्यक्ति क्रूर व्यवहार करता है। लोगों को अपने अधीन रखना चाहता है। हमेशा यहां-वहां टाइमपास करने वाला बन जाता है। शुक्र और मंगल के गलत असर के कारण व्यक्ति वासनात्मक विचार रखने वाला होता है।
भरणी नक्षत्र में पैदा हुए लोगों का पारिवारिक जीवन
भरणी नक्षत्र में पैदा हुए लोग आमतौर पर पारिवारिक होते हैं। परिवार से अलग ये लोग अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर पाते हैं। जीवनसाथी के प्रति वफादार भी होते हैं और अपने माता-पिता से भी लगाव रखते हैं। अक्सर इनका विवाह 27वें वर्ष तक हो जाता है। हालांकि कई बार यदि कुंडली में मंगल की स्थिति खराब होती है, तो ये लोग काफी गुस्से वाले होते हैं और इस कारण बात-बात पर परिवार के लोगों से तनाव हो जाता है।