भगवान हनुमान को तीनों लोकों में सबसे शक्तिशाली भगवान माना जाता है। उन्हें विभिन्न नामों से जाना जाता है, उनमें से कुछ हैं- बजरंग बली, केशरी नंदन, पवन कुमार, मारुति, संकट मोचन आदि। बजरंग बली का जन्मदिवस पूरे भारत में हनुमान जयंती के रूप में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है। कहा जाता है, हनुमान जी इस कलयुग में जागृत देव हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हनुमान जी की पूजा-अर्चना करने का विशेष महत्व होता है। हनुमान जी की पूजा करने से शनि दोषों से मुक्ति मिलती है। हनुमान जी की कृपा से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
प्रत्येक वर्ष चैत्र शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जी का जन्मोत्सव मनाया जाता है। इसी दिन माता अंजनी की कोख से हनुमान जी ने जन्म लिया था। हनुमान जी के भक्तों को इस दिन का बेसब्री से इंतजार रहता है। हनुमान जी के भक्त इस दिन को बड़े ही धूम-धाम से मनाते हैं।
तो आइए, देवदर्शन के इस ब्लॉग में हनुमान जयंती 2022 कब है? शुभ मुहूर्त और पूजा विधि, यहां जानें
शुभ मुहूर्त
इस साल हनुमान जयंती 2022, शनिवार 16 अप्रैल 2022 को पड़ रही है।
- चैत्र पूर्णिमा तिथि प्रारंभ- अप्रैल 16, 2022 को 02:27:35 से
- चैत्र पूर्णिमा तिथि समाप्त- अप्रैल 17, 2022 को 00:26:51 तक
हनुमान जयंती का महत्व
पुराणों में हनुमान जी को भगवान शिव का 11वां अवतार माना गया है। शास्त्रों के मुताबिक हनुमान जयंती को साल में दो बार मनाई जाती है। एक हनुमान जी के जन्मदिन के तौर मनाई जाती है, जब हनुमान जी का जन्म माता अंजनी की कोख में हुआ था। वहीं दूसरी हनुमान जयंती दीपावली के शुभ दिन मनाई जाती है।
शास्त्रों के मुताबिक, इस दिन हनुमान जयंती मनाये जाने के पीछे की यह मान्यता है कि माता सीता हनुमान जी के समर्पण और भक्ति को देखकर उन्हें अमरता का वरदान दिया था। मान्यता है कि जिस दिन माता सीता ने यह वरदान दिया उस दिन दीपावली का पर्व था। इसलिए दीपावली के शुभ दिन पर हनुमान जी की पूजा की जाती है। यही कारण है कि इस दिन को हनुमान जयंती के रूप में भी मनाया जाता है।
ऐसे करें हनुमान जयंती के दिन पूजा
- हनुमान जयंती के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें।
- इसके बाद पूरे दिन सम्पूर्ण रूप से ब्रह्मचर्य का पालन करें।
- अगर आप इस दिन व्रत रखने में सक्षम है, तो व्रत जरूर रखें।
- इस दिन लाल वस्त्र पहना शुभ माना जाता है।
- हनुमान जयंती के दिन अपने घर के मंदिर या आस-पास के मंदिर में जाकर श्री राम भगवान की पूजा अर्चना जरूर करें और साथ ही माता सीता और लक्ष्मण की पूजा आराधना करें।
- पूजा के समय हनुमान जी को चमेली के तेल में सिंदूर मिलाकर लेप करें।
- फिर हनुमान जी को धूप दीप दिखाएं।
- हनुमान जी को लाल पुष्प, पुष्प माला जरूर अर्पित करें।
- इस दिन हनुमान जी को चने गुड़, लड्डू आदि का भोग लगाएं।
- मानता के अनुसार इस दिन
- हनुमान जयंती के दिन हनुमान चालीसा और सुन्दरकाण्ड का पाठ जरूर करें।
- ध्यान रहे, हनुमान जयंती के दिन मांस, मदिरा आदि का सेवन न करें।
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