राशि चक्र की सातवीं राशि है तुला (tula rashi)। इस राशि का चिह्न है तुला। तुला संतुलन और ऊर्जा के भंडार का सूचक है। तुला राशि (libra) वाले हर वक्त इसी बारे में सोचते हैं कि कैसे वह संतुलन कायम रखें। घर या बाहर, हर जगह वे संतुलन रखना चाहते हैं। सामंजस्य के लिए वे व्यावहारिक समाधान की तलाश में भी रहते हैं। तुला राशि (libra) के लोग ज्यादा ऊर्जावान होते हैं। वे फुर्ती से काम करते हैं, ताकि जल्द से जल्द अपने संतुलन बिठाने के काम को पूरा कर सकें। तुला राशि के लोगों का मूड बदलता रहता है, कभी वे बहुत सकारात्मक लगते हैं, तो कभी बेहद नकारात्मक।
वायु तत्व की राशि है तुला (tula rashi)
तुला राशि (libra) वायु तत्व की राशि है। जिस तरह वायु को काबू में नहीं किया जा सकता, उसी तरह तुला राशि के साथ भी होता है। वे अपने कार्यों में अप्रत्याशित होते हैं। कभी-कभी जिसकी उम्मीद नहीं होती है, वे काम कर जाते हैं। कभी-कभी वे बहुत सक्रिय हो जाते हैं, तो कभी कभी पूरी तरह से निष्क्रिय हो जाते हैं। वायु तत्व के प्रभाव से ही तुला राशि (tula rashi) के जातक कई बार सकारात्मक तो कई बार बहुत नकारात्मक हो जाते हैं। हालांकि इस तत्व की वजह से वे तार्किक होते हैं और टीम स्पिरीट से काम करते हैं।
तुला राशि (tula rashi) के लोग कैसे होते हैं?
तुला राशि के लोग संतुलन बनाना जानते हैं। चुनौतीपूर्ण स्थितियों में भी संतुलन बनाए रखने की क्षमता होती है उनमें। इसी वजह से वे दोनों पक्षों के बीच शांति बना पाते हैं। तुला राशि (tula rashi) वाले बुद्धिमान और मेहनती तो होते ही हैं, साथ ही सुंदर, आकर्षक, आदर्शवादी और शांतिप्रिय भी होते हैं। तुला राशि (libra) के जातकों में अच्छा प्रदर्शन करने की पर्याप्त क्षमता होती है, हालांकि अन्य परिस्थितियां भी उन्हें प्रभावित करती हैं। सामान्य रूप से उनका साथ किसी के भी लिए आनंददायक हो सकता है। वे अक्सर श्रेष्ठ मेजबान साबित होते हैं।
तुला राशि (tula rashi) के लोगों की कमजोरी
तुला राशि (tula rashi) के लोग बहुत ऊर्जावान होते हैं। कार्य करने की गति कई बार इतनी तेज होती है कि वे थक जाते हैं। ऐसे में जल्द से क्रोधित हो जाना भी अक्सर उनकी आदत में शुमार पाया जाता है। अपने इसी स्वभाव की वजह से उनका मूड हमेशा बदलता रहता है। कभी-कभी वे प्रसन्न नजर आते हैं, तो कभी-कभी निराशा से घिर जाते हैं। जब वे नकारात्मक होते हैं, तो दूसरों के दर्द के प्रति असंवेदनशील हो जाते हैं। खुद को सही साबित करने के लिए वे दूसरों से झगड़ा भी मोल ले लेते हैं। कभी-कभी हालात के आगे घुटने भी टेक देते हैं और किस्मत के भरोसे हाथ पर हाथ रखकर बैठ जाते हैं।
तुला राशि (libra) का स्वामी है शुक्र
तुला राशि का स्वामी शुक्र ग्रह है, जो कि प्यार और इच्छा का प्रतीक है। यहां प्यार के मायने आदर्श प्यार से लेना सही है। कुदरत और कला के प्रति अनुराग भी इसी ग्रह के प्रभाव से होता है। इसी ग्रह के प्रभाव से चीजें खूबसूरत नजर आती है। शुक्र के प्रभाव से ही तुला राशि के जातक खुशमिजाज, सामाजिक और आकर्षक होते हैं। महंगी चीजों का शौक रखते हैं। सही निर्णय ले पाते हैं।
तुला राशि (libra) का कॅरियर कैसा होता है?
तुला राशि (tula rashi) के जातक ऐसा व्यवसाय चुन सकते हैं, जिसमें इनका दिमाग खूब चल सकें और दूसरों से बातचीत करने के अवसर खूब मिलें। तुला जोशीले, धैर्यवान और शांत होने के साथ ही न्यायप्रिय भी होते हैं। वे कला और सौंदर्य के पारखी भी होते हैं। अत: तुला राशि (libra) के लोगों का कॅरियर ऐसा होना चाहिए, जिसमें इन्हें सामाजिक मेल-जोल कायम करने का अवसर मिलें। दूसरों को सलाह देना, सिखाना, गाइड करना इन्हें खूब रास आता है। ये अच्छे राजनायिक, न्यायाधीश, सलाहकार, मनोवैज्ञानिक और कलाकार बन सकते हैं।
तुला राशि- अनुकूलता
तुला राशि की मित्र राशि- मिथुन, कन्या, मकर, कुंभ
तुला राशि की शत्रु राशि- सिंह और कर्क
तुला राशि के लिए लकी वार- शुक्रवार
तुला राशि के लिए लकी रंग- सफेद, सिल्वर
तुला राशि (tula rashi) के लिए लकी रत्न- हीरा