ब्रह्मांड में कुल 27 नक्षत्र हैं रेवती नक्षत्र (revati nakshatra) का स्थान इन सब में अंतिम यानी 27 वां है। इस नक्षत्र में पैदा हुए लोगों की राशि मीन होती है। रेवती नक्षत्र का स्वामी बुध और राशि स्वामी गुरु है। इस नक्षत्र में पैदा हुए लोगों पर बुध और गुरु ग्रह का प्रभाव पड़ता है। यह दोनों ही ग्रह एक दूसरे के शत्रु रहे हैं, इसलिए यह निर्भर करता है कि कुंडली में ग्रहों की स्थिति किस प्रकार है। आइए जानते हैं रेवती नक्षत्र में पैदा हुए लोगों की कुछ विशेषताएं।
कैसा स्वभाव होता है रेवती नक्षत्र (revati nakshatra) में पैदा हुए लोगों का
रेवती नक्षत्र में पैदा होने वाले लोग विनम्र स्वभाव के होते हैं। यह मधुर वाणी बोलते हैं, जिससे इन्हें सभी पसंद करते हैं और इस वजह से इनका सामाजिक दायरा काफी बड़ा होता है। यह अपने काम से काम रखने वाले होते हैं। ना ही ये किसी दूसरे के काम में टांग अड़ाते हैं और ना अपने काम में किसी को ज्यादा शामिल करते हैं। इन्हें सभी की मदद करना पसंद होता है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोगों के जीवन में समस्याएं ज्यादा नहीं टिक पाती। ये सभी को पसंद करते हैं और सभी इन्हें। इसलिए इनका किसी से बिगाड़खाता नहीं होता और सब कुछ संतुलित चलता रहता है।
कैसी होती है शिक्षा और कॅरियर रेवती नक्षत्र (revati nakshatra) में पैदा हुए लोग का
रेवती नक्षत्र में पैदा हुए लोगो की शिक्षा और कॅरियर अच्छा होता है। रेवती नक्षत्र को धन का नक्षत्र कहा जाता है यानी इस नक्षत्र में पैदा हुए लोगों को धन की कभी कमी नहीं होती। ये सुखी जीवन यापन करते हैं। ये अच्छी शिक्षा प्राप्त करते हैं और विदेश यात्रा से इन्हें बहुत लाभ होता है। मधुर वाणी होने के कारण इनके संपर्क अच्छे होते हैं, जिससे इन्हें हर क्षेत्र में लोगों द्वारा लाभ ही प्राप्त होता है। ये ईमानदार होते हैं, इसलिए इन पर सभी लोग भरोसा करते हैं जिससे इन्हें लाभ मिलता है। ये धन कमाने के सभी पैंतरे जानते हैं और अपने इमानदारी के बलबूते पर विभिन्न क्षेत्रों से धनोपार्जन करते हैं। मीन राशि होने और कुंडली में गुरु की स्थिति अच्छी होने से ये लोग काफी आगे तक जाते हैं।
आध्यात्मिक व पारिवारिक होते हैं रेवती नक्षत्र में पैदा हुए लोग
रेवती नक्षत्र में पैदा हुए लोग परिवार में मिल-जुकर रहने वाले होते है। इनका झुकाव अध्यात्म की ओर होता है और पूजा पाठ करने में इनकी बहुत रूचि होती है। ये परिवार के साथ धार्मिक अनुष्ठान करना पसंद करते हैं एवं धार्मिक यात्राओं पर जाना पसंद करते हैं। रेवती नक्षत्र में जन्मे लोग विनम्र होने के कारण अपने परिवार में हमेशा खुशनुमा माहौल रखते हैं जिससे परिवार के सभी लोग इनकी बात मानते हैं तथा इनका सम्मान करते हैं। ये जिम्मेदार होते हैं और अपने परिवार की जिम्मेदारी बखूबी निभाते हैं।
रेवती नक्षत्र में पैदा हुए लोगों का वैवाहिक जीवन
रेवती नक्षत्र में जन्मे लोगों का वैवाहिक जीवन सामान्य होता है। अक्सर यह अपना जीवन सुखमय गुजारते हैं परंतु कई बार छोटे-मोटे मानसिक तनाव को भी इन्हें झेलना पड़ सकता है। ये अपने जीवन साथी के साथ अपनी जन्मभूमि से दूर ही जीवन यापन करते हैं। इनके प्रेम संबंध भी संतुलित होते हैं तथा जिससे यह प्रेम करते हैं उसी से ही विवाह करते हैं। कुल मिलाकर इनका वैवाहिक जीवन ठीक ठाक रहता है।
रेवती नक्षत्र (revati nakshatra) में पैदा हुए लोगों के नुकसान
रेवती नक्षत्र में पैदा हुए लोग सामान्यता विनम्र ही होते हैं। परंतु कई बार इनके काम में अड़चनें आने पर ये अपना धैर्य खो बैठते हैं और क्रोध की वजह से इन्हें नुकसान उठाना पड़ जाता है। रेवती नक्षत्र में पैदा हुए लोग कई बार दूसरों से सहायता ना मांगने के कारण भी अपना नुकसान कर बैठते हैं। इन्हें स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी उठानी पड़ती हैं तथा अंगों और पेट से संबंधित पीड़ा झेलनी पड़ती है। इनके ऊपर गुरु और बुध ग्रह का प्रभाव होता है और ये दोनों शत्रु ग्रह हैं इसलिए इनकी कुंडली में इन ग्रहों की खराब स्थिति भी इन्हें परिवार, व्यापार, शिक्षा आदि में हानि पहुंचाती है।
रेवती नक्षत्र में पैदा हुए लोग क्या रखें सावधानी
रेवती नक्षत्र (revati nakshatra) में पैदा हुए लोगों को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए। आमतौर पर इन्हें बीमार देखा जा सकता है। इस नक्षत्र में जन्मे लोगों को अपने गुरु का सम्मान करना चाहिए और भगवान विष्णु की आराधना करनी चाहिए। क्रोध पर काबू रखना इनके लिए काफी लाभदायक रहता है।