ब्रह्मांड में उपस्थित 27 नक्षत्रों में से 12 वें स्थान पर उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र आता है। इस नक्षत्र का स्वामी सूर्य ग्रह है और इस नक्षत्र के प्रथम चरण में पैदा हुए लोगों की राशि सिंह होती है, जिसका स्वामी सूर्य है। जबकि अगले तीन चरणों में पैदा हुए लोगों की राशि कन्या है, जिसका स्वामी बुध है। इस प्रकार इस नक्षत्र में पैदा हुए लोगों पर जीवन पर्यंत सूर्य और बुध ग्रह का प्रभाव देखने को मिलता है। सभी नक्षत्रों के अपने वृक्ष होते हैं। इस नक्षत्र का वृक्ष ‘रुद्राक्ष का पेड़’ है। आइए जानते हैं कैसे होते हैं उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र (Uttara phalguni nakshatra) में पैदा हुए लोग
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में पैदा हुए लोगों का व्यक्तित्व एवं स्वभाव
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र (Uttara phalguni nakshatra) में पैदा हुए लोग बहुत ही ऊर्जावान होते हैं। नक्षत्र स्वामी सूर्य होने के कारण ये नेतृत्व करने एवं रणनीति बनाने में माहिर होते हैं। ये बहुत महत्वाकांक्षी होते हैं और अपने जीवन में सफलता हासिल करने के लिए हमेशा कठिन प्रयास करते हैं। ये जिस काम के पीछे लग जाते हैं उसे करके ही दम लेते हैं। इन्हें बार-बार काम बदलना पसंद नहीं आता, बल्कि ये एक जगह टिककर काम करना पसंद करते हैं और उस काम में महारत हासिल कर सफलता प्राप्त करते हैं। ये ईमानदार, कर्मठ, भावुक और गंभीर होते हैं। अपने आत्मविश्वास के कारण ये भीड़ में भी अपना एक अलग स्थान बना लेते हैं। यदि इनके काम के बीच में कोई टांग अड़ाए तो इन्हें बिल्कुल पसंद नहीं। ऐसा भी होता है कि ये कई बार छोटी-छोटी बातों पर बहुत क्रोधित हो जाते हैं, जिससे लोग इनसे दूरी बनाना पसंद कर लेते हैं। कुंडली में सूर्य की स्थिति खराब होने पर ये भोगी, व्यसनी, कामुक और अनैतिक आचरण करने वाले हो सकते हैं।
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र (Uttara phalguni nakshatra) में पैदा हुए लोगों की शिक्षा व कॅरियर
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में पैदा हुए लोग उच्च शिक्षा प्राप्त करते हैं। ये शिक्षा एवं कॅरियर के प्रति बहुत गंभीर होते हैं। उच्च शिक्षा के लिए ये विदेश यात्रा भी करते हैं। सूर्य ग्रह का प्रभाव होने के कारण ये राजनीति एवं सरकारी क्षेत्रों से संबंधित कार्यों में विशेष रूचि रखते हैं और इन क्षेत्रों में अपना कॅरियर बनाना पसंद करते हैं। ये एक प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ, सांसद या मंत्री, लेखक, वैज्ञानिक, संगीतज्ञ, खिलाड़ी, वरिष्ठ अधिकारी हो सकते हैं। साथ ही मीडिया या जन संपर्क से जुड़े कार्य, मनोरंजन से जुड़े काम, अध्यापन, विज्ञापन, पत्रकारिता आदि कार्यों में भी अपना कॅरियर बनाते हैं। लेकिन कुंडली में सूर्य की खराब स्थिति कई बार इनकी शिक्षा एवं कॅरियर को डामाडोल कर सकती है।
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र (Uttara phalguni nakshatra) में पैदा हुए लोगों का पारिवारिक एवं वैवाहिक जीवन
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में पैदा हुए लोग भावुक होने के कारण अपने परिवार से विशेष लगाव रखते हैं। ये अपने परिवार से दूर नहीं रह पाते इसलिए नौकरी या व्यापार के लिए यदि ये बाहर जाते हैं तो अपने परिवार को अपने साथ ही रखना पसंद करते हैं। इनका वैवाहिक जीवन सुखमयी होता है। इनका जीवनसाथी इनके लिए सौभाग्यशाली होता है तथा विवाह के बाद ये ज्यादा तरक्की करते हैं। संतान पक्ष से भी इन्हें लाभ प्राप्त होता है। परंतु इन्हें अपने क्रोध पर नियंत्रण रखना चाहिए।
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र (Uttara phalguni nakshatra) में पैदा हुए लोगों की जीवनशैली
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र (Uttara phalguni nakshatra) में पैदा हुए लोगों के पास धन की कभी कमी नहीं रहती। एक जगह पर टिककर काम करने के इनके स्वभाव के कारण इनके जीवन में ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं आते। ये एक ही कार्य से इतना धन कमा लेते हैं कि स्वयं को और अपने परिवार को एक अच्छा जीवन स्तर प्रदान करते हैं। इनके पास भवन, भूमि, वाहन जैसे भौतिक सुख प्राप्त होते हैं और स्वयं का व्यापार भी खड़ा करते हैं। ये अपने मित्रों और परिवार को भी सहारा देते हैं। इनके जीवन स्तर से इनके आसपास के लोग भी प्रभावित होते हैं और उनकी जीवनशैली पर भी काफी फर्क पड़ता है। यदि कुंडली में सूर्य और बुध ग्रह की स्थिति खराब हो तो कई बार ये सामान्य स्तर का जीवन यापन करते हैं और धन संचय नहीं कर पाते। सिंह राशि होने के कारण कई बार ये अहंकारी भी होते हैं।
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र (Uttara phalguni nakshatra) में पैदा हुए लोगों का नकारात्मक पक्ष
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र का स्वामी सूर्य है और यदि इस नक्षत्र में पैदा हुए लोगों की कुंडली में सूर्य ग्रह की स्थिति ठीक नहीं है तो ये लोग भोगी, विलासित, कामुक हो सकते है। इनका आचरण अनैतिक हो सकता है जिससे इनका जीवन खराब हो सकता है। इनका क्रोध भी कई बार इनके बनते काम बिगाड़ देता है, जिससे इनके पारिवारिक और वैवाहिक जीवन में बहुत उतार-चढ़ाव देखे जा सकते हैं। कई बार दूसरों की मदद करने के चक्कर में ये खुद का भी नुकसान करवा लेते हैं।
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र (Uttara phalguni nakshatra) में पैदा हुए लोगों को बरतने वाली सावधानियां एवं उपाय
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र (Uttara phalguni nakshatra) में पैदा हुए लोगों को अपनी कुंडली में सूर्य ग्रह और अपनी राशि के स्वामी ग्रह की स्थिति जरूर देख लेना चाहिए। इन्हें कुंडली के दोषों का निवारण करना चाहिए एवं सूर्य देवता की आराधना करनी चाहिए। इन्हें अपने पिता का सम्मान करना चाहिए और अपने पूर्वजों का गुणगान करते रहना चाहिए। इस नक्षत्र का वृक्ष रुद्राक्ष का पेड़ है इसलिए भगवान शिव की आराधना करना इनके लिए विशेष फलदाई होता है। इन्हें अपने क्रोध और इंद्रियों पर भी नियंत्रण रखना चाहिए तथा धैर्यवान रहकर निर्णय लेना चाहिए।