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जानिए लाभ पंचमी (labh panchami 2022) कब है? व्यापार प्रतिष्ठान खोलने का शुभ मुहूर्त और पूजा का तरीका

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दिवाली के पांच दिन बाद मनाया जाने वाला त्यौहार लाभ पंचमी कहलाता है। इसे सौभाग्य पंचमी या सौभाग्य पाचम के नाम से भी जाना जाता है। दिवाली की लंबी छुट्टी के बाद बाजार में लाभ पंचमी (labh panchami 2022) से फिर से रौनक बढ़ने लगती है। कई व्यापारी इस दिन अपना व्यापार प्रतिष्ठान (दुकान या शो रूम) फिर से खोलते हैं। गुजरात में इस त्यौहार का सबसे अधिक महत्व है। व्यापार लाभ पंचमी के दिन विशेष पूजा करके ही अपनी दुकान या प्रतिष्ठान खोलते हैं। इसी दिन से नए बहीखाते का उद्घाटन किया जाता है। जानते हैं लाभ पंचमी (labh panchami 2022) की शुभ तारीख, पूजा का शुभ मुहूर्त और विधि-

लाभ पंचमी 2022 (labh panchami 2022) कब है?

लाभ पंचमी (labh panchami 2022) – 29 अक्टूबर 2022
लाभ पंचमी पर पूजा का शुभ मुहूर्त- 01:14 पी एम से 05:01 पी एम

लाभ पंचमी क्या है (Labh panchami kya he)

कार्तिक शुक्ल पंचमी को लाभ पंचमी का त्यौहार मनाया जाता है। माना जाता है इस दिन किसी भी तरह के शुभ काम करने से लाभ ही मिलता है। ज्यादातर व्यापारी लाभ पंचमी (labh panchami) पर दिवाली की छुट्टी के बाद व्यापारिक प्रतिष्ठान खोलते हैं। इसे उन्नति पाचम भी कहा जाता है। पंचमी तिथि इन सभी कार्यों के लिए बेहद शुभ मानी जाती है।

 

लाभ पंचमी का महत्व

दिवाली जैसे बड़े त्यौहार पर छुट्टी के लिए बंद की गई दुकानें (Labh panchami 2022) के दिन से फिर से खोली जाती है। व्यापारी इस दिन नया व्यापार भी शुरू करते हैं। दुकान खोलने से पहले श्री गणेश और महालक्ष्मी की पूजा की जाती है, जिससे सालभर लाभ होता रहे। इस दिन से नया बहीखाता लिखना भी शुरू होता है।

लाभ पंचमी की पूजा कैसे करें (labh panchami 2022 puja vidhi)

धनतेरस से भाई दूज तक दीपोत्सव के बाद व्यापारियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार होता है लाभ पंचमी। लाभ पंचमी (labh panchami) पर ज्यादा लाभ के लिए पूजा कैसे करें। जानते हैं लाभ पंचमी 2022 की पूजा विधि-

– सुबह नहाकर शुद्ध वस्त्र पहनें और सूर्य को अर्घ्य दें। इस समय भगवान सूर्य से सालभर व्यापार में आने वाली किसी भी मुसीबत के निवारण की प्रार्थना करें।

– घर या व्यापारिक प्रतिष्ठान पर शुभ मुहूर्त में गणेश, लक्ष्मी के चित्र या मूर्ति स्थापित करें।

– भगवान गणेश का आह्वान करके उनकी पूजा करें। गणेश संकटनाशन स्तोत्र का पाठ करें।

इसके बाद महालक्ष्मी का आह्वान करें। शुद्ध जल से माता का अभिषेक करके उन्हें वस्त्र, फल, फूल और भोग अर्पण करें।
– माता लक्ष्मी के सामने श्री सुक्त का पाठ करें।
– लाभ पंचमी पर भगवान शिव के मंदिर जाकर सालभर लाभ के लिए उनसे भी आशीर्वाद लें।

– पूजा के बाद घर के लोगों को प्रसाद दें।

H 2 –  लाभ पंचमी मंत्र

लाभ पंचमी गणेश मंत्र –

लम्बोदरं महाकायं भूवक्त्रं चतुर्भुजं।
आवाह्याम् देवं गणेशं सिद्धिमं।।

भगवान शिव के लिए लाभ पंचम मंत्र –
त्रिनेत्रेय नमस्तुभ्यं उमाधरधरिणे।
त्रिशूलधारियन तुभ्यं भूतानां पतये नमः।।

– महालक्ष्मी के भी किसी एक मंत्र का जाप आप कर सकते हैं।

लाभ पंचमी 2022 ( Labh panchami 2022) पर आप इस पूजा विधि से ज्यादा से ज्यादा लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

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